वाक्य (Vakya) एवं वाक्य शुद्धि

वाक्य की परिभाषा – सार्थक शब्दों का वह व्यवस्थित समूह जो किसी भाव या विचार को पूरी तरह से व्यक्त करता है, उसे वाक्य (Vakya) कहते है।

उदाहरण- सचिन चाँद की ओर देख रहा है।

वाक्य के अंग या अव्यव

वाक्य के दो अंग या अव्यव होते है –

  1. उद्देश्य
  2. विधेय

1. उद्देश्य (Uddeshya)

  • वाक्य में जिस विषय या वस्तु के बारे में बताया जाता है उसे उद्देश्य कहते हैं।
  • इसे कर्ता भी कहा जाता है। कर्ता का विशेषण उद्देश्य का विस्तार कहलाता है।

2. विधेय (Vidhey)

  • वाक्य में उद्देश्य के विषय में जो कुछ भी बताया जाता है उसे विधेय कहते हैं। इसे क्रिया भी कहा जाता है।
  • कर्त्ता और क्रिया के मध्य का भाग विधेय का विस्तार कहलाता है।

उदाहरण –

  • मोहन पुस्तक पढ़ता है।
  • जंगल का राजा शेर दहाड़ता है।
  • विश्व के महान बल्लेबाज युवराज सिंह ने एक ओवर में पाँच छक्के लगाये।
  • भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया।

वाक्य के भेद (Vakya ke bhed)

रचना के आधार पर वाक्य के भेद

रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं:-

  1. सरल वाक्य
  2. संयुक्त वाक्य
  3. मिश्रित वाक्य

1. सरल वाक्य (Saral Vakya)

वह वाक्य जिसमें एक उद्देश्य तथा एक ही विधेय हाेता है या एक ही क्रिया हाेती है, उसे सरल वाक्य कहते हैं।

उदाहरण-

  • पहलवान दूध पीता है।
  • राधा गाना गाती है।
  • राम और श्याम पुस्तक पढ़ते है।

2. संयुक्त वाक्य (Sanyukt Vakya)

वह वाक्य जिसमें दो वाक्य या उपवाक्य स्वतंत्र रूप किसी योजक शब्द द्वारा जुड़े होते हैं, उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं।

संयुक्त वाक्यों में अधिकांश और तथा अथवा या किन्तु परन्तु लेकिन आदि योजक शब्दों का प्रयोग होता है।

उदाहरण-

  • गणेश बुद्धिमान है परन्तु ईमानदार नहीं;
  • हम आये और तुम चल दिये।

3. मिश्रित वाक्य (Mishrit Vakya)

वह वाक्य जिसमें पहला वाक्य प्रधान हो ओर दूसरा उस पर आश्रित या उसका कारण रहा हो, उसे मिश्रित वाक्य कहते है।

उदाहरण-

  • मैं प्रसन्न हूँ कि आपका चयन आरएएस में हो गया।
  • यदि बरसात अच्छी होती तो फसल भी अच्छी होती।

अर्थ के आधार परवाक्य के भेद

अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भेद होते हैं-

  1. विधान वाचक वाक्य
  2. निषेध वाचक वाक्य
  3. आज्ञा वाचक वाक्य
  4. प्रश्न वाचक वाक्य
  5. विस्मयादि वाचक वाक्य
  6. इच्छा वाचक वाक्य
  7. संदेह वाचक वाक्य
  8. संकेत/हेतु वाचक वाक्य

1. विधान वाचक वाक्य (Vidhan Vachak Vakya)

इसमें किसी कार्य के करने या होने का बोध होना पाया जाता है।

उदाहरण –

  • पहलावन दूध पीता है।
  • हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा है।

2. निषेध वाचक वाक्य (Nishedh Vachak Vakya)

इसमें नकरात्मक वाक्यों का प्रयोग होता है।

उदाहरण –

  • मोहन विद्यालय नहीं जाता है।
  • आज छात्रों ने गृहकार्य नहीं किया है।

3. आज्ञा वाचक वाक्य (Aagya Vachak Vakya)

इसमें किसी कार्य को करने की आज्ञा/आदेश दिया जाता है।

उदाहरण –

  • तुम अपना पाठ याद करो।
  • राशन की दुकान से दो किलो चीनी लाओ।

4. प्रश्न वाचक वाक्य (Prashn Vachak Vakya)

इसमें प्रश्न वाचक वाक्यों का प्रयोग होता तथा अन्त में प्रश्न वाचक चिह्न लगाया जाता है।

उदाहरण –

  • मोहन कहाँ जा रहा है?
  • तुम किसे मिलने आये हाे?

5. विस्मयादी वाचक वाक्य (Vismayadi Vachak Vakya)

इसमें आश्चर्य, हर्ष, शोक, घृणा आदि भाषों को व्यक्त किया जाता है।

उदाहरण –

  • शबाश बेटा! मुझे तुमसे यही उम्मीद थी।
  • छिः छिः! आप इतना गन्दा पानी पीते है।

6. इच्छा वाचक वाक्य (Ichchha Vachak Vakya)

इसमें किसी कार्य के पूरा होने की इच्छा व्यक्त की जाती है।

उदाहरण –

  • आपका दिन मंगलमय हो।
  • भगवान करे आपका आर-ए-एस में चयन हो जाये।

7. संदेह वाचक वाक्य (Sandeh Vachak Vakya)

इसमें किसी कार्य के होने पर संदेह व्यक्त किया जाता है।

उदाहरण –

  • हो सकता है आज मुसलाधार वर्षा हो जाये।
  • हो सकता है मेरा भी आर ए एस में चयन हो जाये।

8. संकेत/हेतु वाचक वाक्य (Sanket/hetu Vachak Vakya)

इसमें किसी कार्य के होने के कारण भी व्यक्त किया जाता है।

उदाहरणः-

  • यदि छात्र पढ़ेंगे तो आर ए एस में चयन हो जायेगा।
  • यदि बरसात अच्छी होगी तो फसल भी अच्छी होगी।

वाक्य शुद्धि (Vakya Shuddhi)

(वाक्य शुद्धि के प्रश्न/उदाहरण)

वाक्य प्रयोग में कई बार असावधानी या अज्ञानतावश कुछ त्रुटियाँ हो जाती हैं। ये त्रुटियाँ विशेष रूप से शब्दों के अनावश्यक या अनुपयुक्त प्रयोग, लिंग, वचन, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण आदि के अनुपयुक्त प्रयोग आदि के कारण होती है। अतः वाक्य रचना में इन त्रुटियों से बचना चाहिए।

वाक्य शुद्धि के महत्वपूर्ण उदाहरण

क्रम संख्याअशुद्ध वाक्यशुद्ध वाक्य
1.मैं मंगलवार के दिन व्रत रखता हूँ।मैं मंगलवार को व्रत रखता हूँ।
2.तुम रामायण की पुस्तक पढ़ो।तुम रामायण पढ़ो।
3.‘शिक्षा’ नामक शीर्षक निबंध अच्छा है।‘शिक्षा’ नामक निबंध अच्छा है। अथवा ‘शिक्षा’ शीर्षक निबंध अच्छा है।
4.कंस की हत्या श्री कृष्ण ने की थी।कंस का वध श्री कृष्ण ने किया था।
5.रेडियो की उत्पत्ति किसने की ?रेडियो का आविष्कार किसने किया ?
6.उन्नति के मार्ग में संकट भी आते हैं।उन्नति के मार्ग में बाधाये भी आती हैं।
7.उसने मेरा गाना और घर देखा।उसने मेरा गाना सुना और घर देखा।
8.वह सिलाई और अंग्रेजी पढ़ती है।वह सिलाई सीखती है और अंग्रेजी पढ़ती है।
9.वे परस्पर एक-दूसरे के मित्र हैं।वे परस्पर मित्र हैं। अथवा वे एक दूसरे के मित्र हैं।
10.दही खट्टी है।दही खट्टा है।
11.एक फूल की माला बनाओ।एक फूल की माला लाओ।
12.वह यहां आये बिना नहीं रह सकता है।वह यहां आये बिना नहीं रह सकता।
13.बच्चे को काटकर सेब खिलाओ।बच्चे को सेव काटकर खिलाओ।
14.खरगोश को काटकर गाजर खिलाओ।खरगोश को गाजर काटकर खिलाओ।
15.बच्चे को धोकर फल खिलाओ।बच्चे को फल धोकर खिलाओ।
16.बच्चे को उबालकर दूध पिलाओं।बच्चे को दूध उबालकर पिलाओं।
17.अमायरा को लगभग शत प्रतिशत अंक मिले।अमायरा को शत प्रतिशत अंक मिले।
18.रीना सायंकाल के समय घूमने जाती है।रीना सायंकाल घूमने जाती है।
19.देवी विलाप कर के रोने लगी।देवी विलाप करने लगी।
20.सारी दुनिया भर में यह बात फैल गयी।दुनिया भर में यह बात फैल गयी।
21.चीन की वर्तमान मौजूदा हालत ठीक नहीं हैं।चीन की वर्तमान हालत ठीक नहीं हैं।
22.तरुण नवयुवकों की शिक्षा का अच्छा प्रबंध होना चाहिए।नवयुवकों की शिक्षा का अच्छा प्रबंध होना चाहिए।
23.कई वर्षों तक भारत के गले में गुलामी की बेड़ियाँ पड़ी रहीं।कई वर्षों तक भारत के पैरों में गुलामी की बेड़ियाँ पड़ी रहीं।
24.रामलाल ने हाथी पर काठी बाँध दी।रामलाल ने हाथी पर हौदा रख दिया।
25.अज्ञात व्यक्ति ने पाकिस्तान में विख्यात आतंकवादी मार गिराया।अज्ञात व्यक्ति ने पाकिस्तान में कुख्यात आतंकवादी मार गिराया।
26.मैंने कल जैसलमेर जाना हैं।मुझे कल जैसलमेर जाना हैं।
27.कोई डॉक्टर को बुला दो।किसी डॉक्टर को बुला दो।
28.यह सबसे सुंदरतम साड़ी हैं।यह सुंदरतम साड़ी हैं।
29.अब और स्पष्टीकरण करने की आवश्यकता नहीं है।अब और स्पष्टीकरण की आवश्यकता नहीं है।
30.मीरा भक्त कवि थी।मीरा भक्त कवयित्री थी।

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