विश्व की प्रायः सभी भाषाओं में अनेक शब्द ऐसे होते हैं, जिनके उच्चारण में तो अत्यल्प भिन्नता होती है, परन्तु अर्थ की दृष्टि में बे शब्द बिलकुल भिन्न होते हैं। ऐसे शब्दों को शब्द युग्म या युग्म शब्द (Yugm Shabd) कहा जाता है।
यदि प्रयोक्ता को ऐसे शब्द-युग्मों (Shabd Yugm) के अंतर का ज्ञान नहीं हाेगा तो अर्थ का अनर्थ या विकृत अर्थ हो जाएगा जो समाज के लिए घातक सिद्ध होगा।
युग्म शब्दों (Yugm Shabd) का महत्व
- शब्द युग्म भाषा में सटीकता और प्रभावी संचार के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
- इन शब्दों का ज्ञान भाषा की गहरी समझ विकसित करने में मदद करता है।
- शब्द युग्मों का उपयोग साहित्यिक रचनाओं में रस और प्रभाव पैदा करने के लिए किया जाता है।
शब्द युग्म (Shabd Yugm) के उदाहरण
शब्द युग्मों का अध्ययन भाषा में अपनी पकड़ मजबूत करने का एक अच्छा तरीका है। इसके लिए आपको विगत वर्षों में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ में पूछे गये शब्द युग्मों की सूची बनाकर दी गयी हैं, इन युग्म शब्दों (yugm shabd) का बार बार अभ्यास कर आप इन्हे आसानी से याद सकते हैं ।
क्र.सं. | युग्म शब्द (Yugm Shabd) | अर्थ |
1. | अकथ | जिसके विषय में कहा न जा सके। |
अथक | बिना थके | |
2. | अकुल | कुलहीन |
आकुल | व्याकुल | |
3. | अग | सूर्य, पर्वत, अगम्य |
अघ | पाप | |
4. | अंचल | आँचल |
अचला | पृथ्वी | |
5. | अर्चन | पूजा (बाह्य) |
अज र्न | संग्रह | |
6. | अजर | जो वृहद् न हो। |
अजिर | आँगन | |
7. | अतल | अतिगहन |
अतुल | अतुलनीय | |
8. | अनल | अग्नि |
अनिल | पवन | |
9. | अनु | पीछे, उपसर्ग |
अणु | कण | |
10. | अपकार | बुराकर्म |
उपकार | भलाकम | |
11. | अभिराम | सुन्दर |
अविराम | निरंतर | |
12. | अभय | भयहित |
उभय | दोनों | |
13. | अवमर्श | स्पर्श, संपर्क |
अवमर्ष | आलचेना | |
14. | अवलम्ब | सहारा |
अविलम्ब | तुरन्त | |
15. | अवधि | समयसीमा |
अवधी | एक भाषा | |
16. | अश्व | घोड़ा |
अस्व | धनहीन | |
17. | अक्ष | धुरी |
अक्षि | आँख | |
18. | अयश | बदनामी |
अयस | लौहा | |
19. | अव्यय | जो व्यय न हो |
अवयव | अंग | |
20. | अवशेष | बचा हुआ |
अविशेष | सामान्य | |
21. | अलोक | लोकरहित |
आलोक | प्रकाश | |
22. | अश्व | घोड़ा |
अश्म | पत्थर | |
23. | आदि | आरम्भ |
आदी | अभ्यस्त | |
24. | आय | आमदनी |
आयु | उम्र | |
25. | आभरण | आभूषण |
आवरण | परदा | |
26. | आपाद | पैरों तक |
आपात | आकस्मिक | |
27. | आरति | विराम, विरक्ति |
आरती | नीराजन | |
28. | इति | समाप्ति |
ईति | देवी प्रकोप, शस्य | |
29. | ईषा | हरिस (हल का उपकरण) |
ईशा | ऐश्वर्य युक्त स्त्री, दुर्गा | |
30. | ईषणा | तीव्रगति |
ईसन | ईशान, कोण | |
31. | ईश | ईश्वर, स्वामी |
ईष | आश्विन मास | |
32. | उपल | पथर |
उत्पल | कमल | |
33. | उप | छोटा |
ऊब | उकताने का भाव | |
34. | उरु | स्तन |
ऊरु | जाँघ | |
35. | उधार | ऋण |
उद्धार | तारना | |
36. | उपयोग | व्यवहार/काम में लेना |
उपयु र्क्त | ऊपर कहा हुआ | |
37. | ऋत | सत्य |
ऋतु | जलवायु विभाग, मौसम | |
38. | ओर | तरफ |
और | तथा | |
39. | ओम् | मंत्राद्य ध्वनि |
ओम | विद्य़ुत प्रतिरोध मापक मात्रक | |
40. | ओटना | बिनौला अलग करना |
औटना | उबलना | |
41. | औषधि | जड़ी-बूटियों से बनी दवा |
ओषधि | जड़ी-बूटी- ओषधि के काम आने वाली | |
42. | औत्पत्तिक | उत्त्पति से संबंधित |
औत्पातिक | उत्पात – संबंधी | |
43. | कूच | प्रस्थान |
कुंज | लता – मंडप | |
44. | कंगाल | निर्धन |
कंकाल | अस्थि – पंजर | |
45. | कांति | चमक |
क्रांति | परिवर्तन-अभियान | |
46. | कच | बाल |
कंज | कमल | |
47. | कँटीली | कांटों से युक्त |
कटीली | पैनी | |
48. | कंथा | गुदड़ी |
कथा | कहानी | |
49. | कंत | पति |
कांत | सुन्दर | |
50. | कीट | कीड़ा |
कीर | तोता |
51. | कली | कलिका |
करी | हाथी | |
52. | कपीश | हनुमान/ सुग्रीव |
कपिश | भूरा, बादामी | |
53. | कर्म | कार्य |
कर्ण | कान/कुंती पुत्र | |
54. | क्रम | सिलसिला |
कृमि | कीट | |
55. | कृति | रचना |
कृती | चतुर, करने वाला | |
56. | कोयल | पक्षी विशेष |
कौसल | अवध | |
57. | कोस | दो मील |
कोष | खजाना | |
58. | खर | गधा |
खल | दुष्ट | |
59. | खाँसी | रोग-विशेष |
खासी | अच्छी | |
60. | खाद | उर्वरक |
खाद्य | खाने योग्य वस्तु | |
61. | खोलना | बंधन-मुक्त |
खौलना | उबलना | |
62. | खोआ | दुग्ध निर्मित पदार्थ |
खोया | गुम हुआ | |
63. | गदा | एक अस्त्र |
गधा | गर्दभ | |
64. | गड़ना | चुभना |
गढ़ना | बनाना | |
65. | गात | शरीर |
घात | हमला करना | |
66. | ग्रंथि | गाँठ |
ग्रंथी | गुरु-ग्रंथ-पाठक | |
67. | गूंथना | पिरोना |
गूँथना | आटा आदि सानना | |
68. | गेय | गाने योग्य |
गय | धन, प्राण | |
69. | गट्टा | कलाई |
गट्ठा | गट्ठर | |
70. | गिरि | पर्वत |
गिरी | गूदा | |
71. | घंटा | घड़ियाल |
घटा | बदलीसमूह | |
72. | घमर | नगाड़े की ध्वनि |
घमरा | भृंगराज | |
73. | घरिया | घड़िया |
घारियारी | घंटा बजाने वाला | |
74. | घोष | गर्जन |
घोस | बस्त | |
75. | घोर | अति बुरा |
घोल | मिश्रण | |
76. | चंपत | गायब |
चपत | थप्पड़ | |
77. | चरि | जानवर |
चरी | चारा | |
78. | चक्रवात | चक्करदार हवा |
चक्रवाक | चकवा | |
79. | चर्म | चमड़ी |
चरम | उच्चतम | |
80. | चतुष्पद | चौपाया |
चतुष्पथ | चौराहा | |
81. | चिर | बहुत, प्राचीन |
चीर | वस्त्र | |
82. | चित् | ज्ञान, चेतना |
चित्त | मन | |
83. | चीता | चाहा हुआ / एक जंगली जानवर |
चीता | मुर्दा जलाने हेतु चुनी लकड़ियाँ | |
84. | छत | मकान की छायिका |
छत्र | छाता, छतरी | |
85. | छकड़ी | बैलगाड़ी |
छगडी | बकरी | |
86. | छात्र | विद्यार्थी |
छाछ | मट्ठा | |
87. | जल | पानी |
जर | विनाश | |
88. | जगत् | संसार |
जगत | कूप-चबूतरा | |
89. | जठर | पेट |
जरठ | अतिवृद्ध | |
90. | जुआ | द्य |
जूवा | तरुण, हल/गाड़ी का एक उपकरण | |
91. | झंप | छलांग |
झप | अचानक गिरना | |
92. | टोकरी | डलिया |
टोकरी | ऊँची भूमि | |
93. | ठंठ | ठूँठ |
ठंड | सर्दी | |
94. | डाट | रोक |
डाँट | फटकारना | |
95. | ढोंढ | कपास आदि का डोड़ा |
ढोंढी | नाभि | |
96. | तनु | शरीर |
तनू | पुत्र | |
97. | थन | पशु-स्तन |
थान | स्थान / कपड़े लिपटे हुए | |
98. | दंश | चुभन |
दंस | डंक | |
99. | धनि | गृहिणी |
धनी | धनवान | |
100. | नग | पर्वत, नगीना |
नत | विनम्र | |
101. | पट | वस्त्र |
पत | प्रतिष्ठा, शान | |
102. | फन | गुण |
फण | सर्वमुख | |
103. | बात | वार्ता |
बास | दुर्गंध | |
104. | भाग | हिस्सा |
भाट | चारण | |
105. | मत्त | मतवाला |
मत | दृष्टिकोण | |
106. | युक्ति | उपाय |
उक्ति | कथन | |
107. | रीछ | एक जंगली जन्तु |
रीस | ईर्ष्या | |
108. | लंब | समकोण बनाती रेखा |
लंभ | प्राप्ति | |
109. | वात | हवा |
वाद | मत | |
110. | शंकर | शिव |
शकल | रूप, खण्ड, चर्म | |
111. | षाडव | गान |
षष्ठ्व | छटा भाग | |
112. | संग | साथ |
संघ | समूह, संगठन | |
113. | हंस | एक पक्षी |
हँस | हँसना | |
114. | हरि | विष्णु, कृष्ण |
हरी | चुराई हुई/हरे रंग की |
युग्म शब्द / शब्द युग्म (Yugm Shabd) भाषा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। इन शब्दों का ज्ञान भाषा में सटीकता और प्रभावी संचार के लिए आवश्यक है।
प्रत्यय (Pratyay) एवं इसके भेद
नमस्कार! सरल हिंदी व्याकरण पर आपका स्वागत है। इस ब्लॉग के माध्यम से हम अपने कई सालों के सफल अनुभव और ज्ञान पर आधारित “हिंदी भाषा और व्याकरण” की उच्च गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री साझा करते हैं।
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