वाच्य (Vachya): परिभाषा, भेद एवं 30+ उदाहरण
इस लेख में जानिए – वाच्य (Vachya) क्या होता है, वाच्य की परिभाषा, उसके तीनों भेद – कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य और भाववाच्य – उनके उदाहरण, पहचान … और पढ़ें।
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हिंदी भाषा सीखने के लिए स्वर (Vowels) और व्यंजन (Consonants) को समझना सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम है। ये दोनों ही हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnmala) … और पढ़ें।
काल (Tense) हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण विषय है, जो क्रिया के समय को दर्शाता है। यहाँ आपके लिए काल की परिभाषा, उसके भेद (वर्तमान, … और पढ़ें।
अपना हिंदी व्याकरण ज्ञान परखने के लिए हल करें विगत वर्षों में आयोजित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे RAS, Patwar आदि परीक्षाओं में पूछे गए ‘लोकोक्ति … और पढ़ें।
हमारी टीम आपके लिए लगातार हिंदी व्याकरण क्विज़ ला रही है। इसी श्रृंखला में, महत्वपूर्ण पर्यायवाची शब्दों पर आधारित ‘Paryayvachi Shabd MCQs’ का यह तीसरा … और पढ़ें।
पर्यायवाची शब्दों का अभ्यास ही हिंदी भाषा में शब्दावली समृद्ध करने का एक उत्कृष्ट तरीका है। यह न केवल भाषा की गहराई को समझने में … और पढ़ें।
हिन्दी व्याकरण में विशेषण (Visheshan) का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। यह वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने का कार्य करता है। विशेषण के … और पढ़ें।
हिंदी व्याकरण में, सर्वनाम (Sarvanam) एक महत्वपूर्ण शब्द-भेद है, जो संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होता है। यह संज्ञा के दोहराव को रोकता है और … और पढ़ें।
हिंदी व्याकरण में संज्ञा (Sangya) एक महत्वपूर्ण घटक है, जो किसी भी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, गुण या भावनाओं का बोध कराती है। संज्ञा न केवल … और पढ़ें।